डेढ़ दिन, पांच दिन, सात और दस दिन
गणेश वंदना विसर्जन परम्परा है प्राचीन
शिल्पकार छोटी मूर्तियों में दिखाए कौशल
आस्थाएं घर-घर गूंजी होकर भाव विह्वल
अर्चनाएं संग समर्पित लंबोदर के अधीन
गणेश वंदना विसर्जन परम्परा है प्राचीन
लालबाग राजा के अम्बानी हैं शीर्ष लगन
इच्छापूर्ति और मूक दो होते रहते दर्शन
अति प्रचंड जन सैलाब दर्शन प्रयास प्रवीण
गणेश वंदना विसर्जन परम्परा है प्राचीन
मुंबई के सागर तट विदाई के भव्य मठ
आज सागर हिलोर हर्षित एकदंत देंगे मथ
भव्यता कहे अगले वर्ष हों जल्दी आसीन
गणेश वंदना विसर्जन परंपरा है प्राचीन।
धीरेन्द्र सिंह
17.09.2024
01.05