शुक्रवार, 20 अक्टूबर 2023

सुबह नई

 भावनाएं रंगमयी मन में सुलह कई 

कामनाएं सुरमयी तन में सुबह नई 


जीवन पथ पर कर्म के कई छाप

कदम सक्रिय रहें सदा राहें नाप

स्वास्थ्य चुनौतियां टीस पुरानी, नई

कामनाएं सुरमयी तन में सुबह नई


सांस अथक दौड़, आस सार्थक तौर

स्वयं से अपरिचित, अन्य कहीं गौर

जीवन असुलझते तो गुत्थमगुत्था भई

कामनाएं सुरमयी तन में सुबह नई


आवारगी की मौज में तमन्नाएं फ़ौज

अभिलाषाएं करें निर्मित नित नए हौज

डुबकियाँ में तरंगों की मस्त हुड़दंगई

कामनाएं सुरमयी तन में सुबह नई।


धीरेन्द्र सिंह

20.10.2023

18.12