विकल्प
विकल्प होना
संभव है संकल्प में
संकल्प होना
संभव कहां अल्प में,
स्थिर मन होता है संकल्पित
या विकल्पित
अपने संस्कार अनुसार
मन का खोले द्वार,
विकल्प तलाशता है
बुनता ताना-बाना
परिचित से हो अपरिचित
अनजाने को कहे पहचाना,
संकल्प और विकल्प
जीवन के दो धार
संकल्प से हो उन्नयन
विकल्प ध्वनि बस "यार"।
धीरेन्द्र सिंह