इतिहास के पन्नों को निहार
पांच सौ वर्षों की ललक पुकार
स्वर्ण हिरण सा विचरित भ्रम
हुआ ध्वनित फिर राम टंकार
पांच सौ वर्ष पुरातत्व अभिलाषी
कुछ प्रतीक प्रमाण सच आसी
न्यायालय सर्वोच्च का निर्णय
राम नाम का तथ्य अभिलाषी
वाद-विवाद असंयमित रचि संवाद
मेरी-तेरी का गूंजा गहि नाद
प्राण त्यजन बसि गहन घनन
राम राज्य का गुंजित निनाद
इतिहास पुनः सर्जित अनुप्रतियाँ
दिग-दिगंत अयोध्या की युक्तियां
शिल्प कौशल में संस्कृति कृतियाँ
राम मंदिर ओर प्रवाह भक्तियाँ
बाईस जनवरी सनातनी की इकहरी
प्राण प्रतिष्ठा नयना सब लहरी
आस्था अनुनय आमंत्रित सविनय
राम धनुष सा कौन है प्रहरी।
धीरेन्द्र सिंह
05.01.2024
21.14