अभिव्यक्तियां करे संगत कामना
शब्द संयोजन है जिसकी साधना
जब पढ़ें शब्द लगे जैसे स्केटिंग
शब्द दिल खींचे सम्मोहन मानिंद
शब्दों की थिरकन पर लय बांधना
शब्द संयोजन है जिसकी साधना
शब्द हैं सुघड़ तो भाव भी सुघड़
शब्द सौंदर्य पर जाता दिल नड़
रूप सौंदर्य से शब्द सौंदर्य
मापना
शब्द संयोजन है जिसकी साधना
अनेक ऋचा पर अनोखी है एक ऋचा
तादात्म्य शब्द का जहां हो न
खिंचा
शब्दों के सरगम में शब्दों का
नाचना
शब्द संयोजन है जिसकी साधना।
धीरेन्द्र सिंह
14.04.2024
14.32