शनिवार, 27 मई 2023

सेंगोल


कांपती अंगुलियों ने

28 मई 23 को

सेंगोल को 

नए संसद में

किया था स्थापित

तब प्रवाहित हुई थी

विद्युतीय तरंग

सेंगोल से संसद में

गुजरती मोदी अंगुलियों से

जैसे

जटा भोले से 

हुई थी प्रवाहित मां गंगा

भूतल पर,


कंपन प्रमाण है

जीवंतता का

परिवेश सहबद्धता का

विभिन्न मंत्रों की अनुगूंज लिए

नया संसद 

तत्पर है

 वैश्विक नेतृत्व के लिए।


धीरेन्द्र सिंह

28.05.2023

11.07