सोमवार, 10 जून 2024

आसक्तियां

 प्यार से जरूरी है प्यार की अभिव्यक्तियां

बहुत जरूरी हैं जतलाएं गहन आसक्तियां


मंद मुस्कराहट अधर या कातिल अँखिया

मृदु छुवन स्पर्श कहें तन्मय हो बतियाँ

कोई समझे कोई कयास लगाए युक्तियां

बहुत जरूरी हैं जतलाएं गहन आसक्तियां


भौतिकता की आंधी में लुकी-छिपी संवेदना

तार्किकता की कसौटी पर मुड़ी-तुड़ी चेतना

व्यक्ति प्रयास करे भर जाएं मन रिक्तियां

बहुत जरूरी है जतलाएं गहन आसक्तियां


पुष्प नहीं उपहार नहीं श्रृंगार अति जरूरी

प्यार कब समझा प्यार की कोई मजबूरी

एक पतंग एक छोर उड़ान की नव सूक्तियाँ

बहुत जरूरी है जतलाएं गहन आसक्तियां।


धीरेन्द्र सिंह

10.06.2024


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