शनिवार, 27 जुलाई 2024

मानवता लय

 प्रदूषण कम हुआ वनस्पतियों की सुगंध

सावन में मन जैसे भावनाओं का मृदंग


शिव की आराधना में लपकती कामनाएं

सृष्टि में सफल रहे विभिन्न अर्चनाएं

शिवत्व का महत्व कांवड़िए जैसे पतंग

सावन में मन जैसे भावनाओं का मृदंग


श्रध्दा में शक्ति है परालौकिक युक्ति है

साधना हो सुनियोजित मिलती मुक्ति है

कौन किसका साधक मन जैसे विहंग

सावन में मन जैसे भावनाओं का मृदंग


मानव मन में कई मार्ग चलें कांवड़िए

शिवमंदिर, शिवधाम में विश्वास मढ़िए

विश्व कल्याण हो मानवता लय एकसंग

सावन में मन जैसे भावनाओं का मृदंग।


धीरेन्द्र सिंह

27.07.2024

18.55

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