गुरुवार, 11 जनवरी 2024

स्वांग है

 पहल का प्रथम प्रहर अनुराग है

शेष तो बस संतुलित स्वांग है


सत्य प्रायः रह जाता है अबोला

असत्य ही प्रखर होकर है बोला

सामाजिकता में निर्मित ऐसा प्रभाग है

शेष तो बस संतुलित स्वांग है


भाव उल्लेख की कई अभिव्यक्तियां

यही आहत करतीं सरगमी नीतियां

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता ही राग है

शेष तो बस संतुलित स्वांग है


चल पड़ा जो राह विश्वास संग एकल

समाज तो क्या विश्व हुआ बेकल

रचित गठित ही सामाजिक मांग है

शेष तो बस संतुलित स्वांग है


नाद के निनाद में क्यों विवाद

भाव विभोरता पर क्यों आघात

हृदय पूजित का ही भान है

शेष तो बस संतुलित स्वांग है।


धीरेन्द्र सिंह


12.01.2024

07.11

प्यार का टर्मिनस

 प्रणय का है होता किस उम्र में सुयश

कोई तो बता दे प्यार का टर्मिनस


बहुत ढूंढने पर प्यार तथ्य न मिला

लोग कहते है जारी वही सिलसिला

अंदाज अपने-अपने, अदाओं की कसक

कोई तो बता दे प्यार का टर्मिनस


कुछ कहें प्यार बंद, भक्ति को हो लिया

प्यार समाहित उनकी भक्ति की बोलियां

मार्ग कोई भी हो प्यार चाहे चहक

कोई तो बता दे प्यार का टर्मिनस


एक बंधन लगा चंदन, है मन वंदन

राह कोई भी हो प्यार का हो क्रंदन

मन मारकर कुछ चुप ले कश्मकश

कोई तो बता दे प्यार का टर्मिनस


स्व को मुक्त करने के सब प्रयास

स्व मुक्त उड़ान हेतु कब से उजास

प्यार लौकिक-अलौकिक लिए अमृत रस

कोई तो बता दे प्यार का टर्मिनस।


धीरेन्द्र सिंह


11.01.2024

16.04