रविवार, 8 जून 2025

नीना गुप्ता

 नीना गुप्ता

बीते

66वें जन्मदिवस की

हार्दिक शुभकामनाएं,

पूर्ण अपरिचित हैं

एक-दूसरे के लिए

बस इतना जाना

मीडिया ने जो बताया,


आजकल भी 

मीडिया बता रही है

आपके 66वें जन्मदिन का

केक काटता फोटो

कुछ लोग कहें हो, हो,


सोशल मीडिया

एक वैचारिक प्रवाह है

जहां स्वतंत्र है अभिव्यक्ति

करे कोई भी व्यक्ति

चीखता, चिल्लाता

विचार अपने सत्य बतलाता

निरंतर कहते जाता

जैसे सरिता प्रवाह में

खर-पतवार है बहते जाता,

वैचारिक और सामाजिक प्रवाह

धारित किए आप

चल रही हैं कलकल

एक सरिता की तरह, जिसमें

कतिपय मृत विचार और तर्क

बह रहे पकड़ आपका संग,


आप यूं ही 

प्रवाहित होते रहिए

इतिहास आपके सम्मान में

अपने रिक्त रखे पृष्ठों में 

आपकी जिंदगी समेटने को

सक्रिय है

क्योंकि

अपनी शर्तों पर

एक पूरा जीवन जी पाना

मात्र साहस नहीं बल्कि

एक विलक्षण दृष्टिकोण है।


धीरेन्द्र सिंह

08.06.2025

19.54







व्यक्तित्व

 लोग झूठ बोलते हैं शायद डर गए हैं

व्यक्तित्व रुपहला भीतर से मर गए हैं

देखा है जमाने की भीतर की दुनिया

बाहर क्षद्म रूप और वह तर गए हैं


एक परदा जरूरी है जहां कुछ पड़ा

हरे कपड़े से बालकनी भी ढक गए है

हर कुछ छुपाना भयभीत है जमाना

निजता के कमरे क्या-क्या भर गए हैं


मन दबा आवाज दबी हौसला लगे दबा

रीढ़ की हड्डी दबी यूं ही अड़ गए हैं

कहते हैं शांत रहिए समय होगा परिवर्तित

हम क्या रट लिए और क्या पढ़ गए हैं


उन्माद न दबंगता अन्याय का हो विद्रोह

शालीनता में शांत गलत राह बढ़ गए हैं

साहित्यिक, सामाजिक सुधार आवश्यक

धूल-धक्कड़, जंग व्यक्तित्व चढ़ गए हैं।


धीरेन्द्र सिंह

08.06.2025

18.10