गुरुवार, 27 जून 2024

इतिहास

 जो हमने पढ़ा है और सुना है
उनमें तुम हो कहीं भी नहीं
इतिहास भी तो छुपाता बहुत.
भला बिन तुम्हारे इतिहास कहीं
 
तुम्हें ही तो पड़ता रहा हूँ हमेशा
भले प्रश्नपत्र कभी सुलझता नहीं
तुम्हीं अब बताओ क्या सुलझाएं
इतिहास चर्चा तुम्हारी करता नही
 
राष्ट्र गरिमा में छूटे हैं कई पक्ष
लेखनी इतिहास सत्य बताता नहीं
एक परिवर्तन नव इतिहास में करें
जहां तुम नहीं पठन जिज्ञासा नहीं।
 
धीरेन्द्र सिंह
27.06.2024
19.09