शुक्रवार, 4 अप्रैल 2025

हिंदी समूह

 हिंदी समूह से जुड़ना

मेरा भाषा कर्तव्य है

तू बता समूह सफल

साहित्य क्या महत्व है?


कितने समूह छोड़ दिया

जो कहते भव्य हैं

कुछ ने मुझे निकाला

सोच बेबाक तथ्य है


सदस्य संख्या की भूख

साहित्य बुझा घनत्व है

बेतरतीब बढ़ रहा लेखन

रचना यही तत्व है


कुछ आते समय काटने

समूह टाइमपास भव्य है

कोई नहीं सचेतक वहां

कहते समूह सभ्य है।


धीरेन्द्र सिंह

08.16

05.04.2025

चैत्र नवरात्रि

 चैत्र नवरात्रि

जुड़े धर्मयात्री

कर्म आराधना

दुर्गा सर्वदात्री


व्रत है साध्य

लक्ष्य जगदात्री

आदिशक्ति माँ

सिद्ध हो नवरात्रि


पीड़ाएं वहन

क्रीड़ाएं दात्री

पीड़ा का बोझ

मैं जगयात्री


शौर्य दे शक्ति

तौर सर्वधात्री

हृदय लौ लपक

शुभ नवरात्रि🙏


धीरेन्द्र सिंह

04.04.2025

20.14



मॉडरेशन

 साहित्य और संस्कृति का हो निज आचमन

व्यक्ति वही करे रचनाओं का नित मॉडरेशन


समूह का आधार होगा, चयन मॉडरेटर का

समूह संस्थापक भी हैं, एडमिन साकार सा

साहित्य मर्म की संवेदनाओं का हो गमन

व्यक्ति वही करे रचनाओं का नित मॉडरेशन


हल्के-फुल्के मजाक दो-चार पंक्ति काव्य

ऐसे समूह में मॉडरेशन चुनौती न संभाव्य

विभिन्न हिंदी विधा हो तो चुनौतियां सघन

व्यक्ति वही करे रचनाओं का नित मॉडरेशन


आवश्यक नहीं हिंदी पीएचडी हो हिंदी ज्ञाता

कई पुस्तकें हों प्रकाशित हिंदी की जिज्ञासा

मगन, मुग्ध, मौलिक हिंदी के प्रति नयन

व्यक्ति वही करे रचनाओं का नित मॉडरेशन।


धीरेन्द्र सिंह

04.04.2025

15.45