शुक्रवार, 29 नवंबर 2024

कौन लिख रहा

 कौन लिख रहा वर्तमान जो कहे

प्यार की गोद में लेखक हैं पड़े


व्यथा प्यार की, पीड़ा बिछोह का

कथा यार की, बीड़ा न मोह का

प्यार विशाल बतलाते मानव ढहे

प्यार की गोद में लेखक हैं पड़े


या तो भूत भाव या हैं कल्पनाएं

सपूत कीर्ति छांव कोई न बतलाए

झुरमुट तले खरगोश बंद दृष्टि पड़े

प्यार की गोद में लेखक हैं पड़े


शौर्य नहीं शक्ति नहीं न तो जाबांजी

चॉकलेटी चेहरा लिए बस हो इश्कबाजी

पांव अथक चल रहे छोड़कर धड़े

प्यार की गोद में लेखक हैं पड़े।


धीरेन्द्र सिंह

29.11.2024

16.51


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