रविवार, 20 अगस्त 2023

फोटो

 कविताओं को पढ़कर

दृष्टि पहुंचती है

अंतिम पंक्ति पर,

नीचे छपा रहता है

रचनाकार का फोटो,

पाठक मन ढूंढता है

काव्य भाव

प्रकाशित रचनाकार के

चेहरे पर,

पठित भावनाएं

बंजर नजर आती है,

जिज्ञासा छटपटाती है

और 

कविता मर जाती है।


धीरेन्द्र सिंह

20.08.2023

15.15

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