दिल का दिल से लिपटने का, आज त्यौहार है,
आपके कदमों ने मुझे, बख्शी है एक ज़िंदगी
गुगुनाते लम्हों में घुला, प्रीत का खुमार है.
नयन आसमान सा, विस्तार में अभिसार करे
गगन गीत गुंजन कहे, धरा मेरी एतबार है,
धरती की धड़कन में, राग भरा तड़पन उड़े
मेघ सा टूट बरस पड़े, हवाओं में हुंकार है.
साजन की सजनी बने, चंदा चाह में रजनी बने
चॉदनी सी धवल हो, दामिनी का अधिकार है,
प्यार की छुवन में छन-छन, छद्म सब तोड़ दे
एक हो तुम जिसमें मैं गुम, तुम मेरा संसार हो.
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