हिंदी चैनल पत्रकारिता की शराफत
प्रत्यक्ष लगता, हैं रुबिका लियाकत
प्रथम चर्चा पर रखें पूर्ण नियंत्रण
पैनल वक्ता को देती हैं निमंत्रण
कुछ भी बोल चलें होती न हिमाकत
प्रत्यक्ष लगता, हैं रुबिका लियाकत
आकर्षक वेशभूषा बड़ी गोल बिंदी
दमकता भाव चमकती लगे हिंदी
इतनी प्रखर पत्रकारिता की सियासत
प्रत्यक्ष लगता, हैं रुबिका लियाकत
बिना किसी दबाव बिना किसी पक्ष
चर्चा का जो विषय वही होता लक्ष्य
अध्ययन, शोध की बौद्धिक नज़ाकत
प्रत्यक्ष लगता, हैं रुबिका लियाकत।
धीरेन्द्र सिंह
12.09.2025
17.43
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