बुधवार, 8 दिसंबर 2021

बिपिन रावत - एक शौर्य


प्रशिक्षण महाविद्यालय को

युद्ध कौशल का

नव पाठ पढ़ाने,

नई बात बताने

चले बिपिन रावत

संग पत्नी

नव अफसर को

नव राह दिखाने,

लगी आग जब

हेलीकॉप्टर में

थे रावत बैठे

कुर्सी थी सुरक्षित

पर अर्धांगिनी भी तो

अग्नि दाह में थी मूर्छित,

भर बाहों में

कर पूर्ण प्रयास

चीख पुकार कर दरकिनार

भार्या के बन रक्षक

जीवन के अंतिम साँसों में

एक-दूजे के हो नतमस्तक,

मां भारती को

नमन जताया होगा

अग्नि प्रचंड में दबंग

हित देश की आह जताया होगा,

यह दुर्घटना भी

लिख गयी अमर कहानी

भारत के शूरवीर की जिंदगानी।


धीरेन्द्र सिंह

गुरुवार, 2 दिसंबर 2021

सम्मान है

 मैंने तुमको पढ़ लिया

उम्मीद भर गढ़ दिया

मेरा अब क्या काम है

बस तुम्हें सम्मान है


तुम अधरों की नमीं

ज़िन्दगी की हो जमीं

शब्द भाव क्या धाम है

बस तुम्हें सम्मान है


तथ्य की तुम स्वरूप हो

मेरे जीवन की ही धूप हो

यहां न सुबह न शाम है

बस तुन्हें सम्मान है


पारदर्शिता मेरी तुम भ्रमित

मुझको समझना हुआ शमित

मेरी गलियों में गैरों का गुणगान है

बस तुम्हें सम्मान है


हृदय की उड़ान नव वितान

साथ उड़ने पर कैसा गुमान

मन की झोली में प्यार तापमान है

बस तुम्हें सम्मान है।


धीरेन्द्र सिंह