सोमवार, 14 जून 2021

घातक कई नारी

 चूस लो यूं जूस लो स्वार्थी हितकारी

सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी


काव्य लेखन सीखना या कि गद्य लेखन

बोलती शिक्षित हैं पर अब तक संग बेलन

इस विनम्रता पर कहां दिखे भला कटारी

सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी


महिलाएं भी बन रहीं उन्मुक्त सुजान

कुछ की चाहिए शीघ्र ऊंचा एक मचान

इस लक्ष्य में कहीं विनम्रता तो सिसकारी

सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी


झूठ है अबला मन की कोमलांगिनी

सत्य यह कि वह प्रचंड सिंहासिनी

वर्चस्वता में प्रखर चाह गज पर सवारी

सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी


शब्द से भाव गहूं यह तो समुद्र मंथन

विष भी पिलाएं वैसे जैसे लगाएं चंदन

षोडशी सी अदाएं बच्चों की महतारी

सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी।


धीरेन्द्र सिंह






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