चूस लो यूं जूस लो स्वार्थी हितकारी
सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी
काव्य लेखन सीखना या कि गद्य लेखन
बोलती शिक्षित हैं पर अब तक संग बेलन
इस विनम्रता पर कहां दिखे भला कटारी
सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी
महिलाएं भी बन रहीं उन्मुक्त सुजान
कुछ की चाहिए शीघ्र ऊंचा एक मचान
इस लक्ष्य में कहीं विनम्रता तो सिसकारी
सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी
झूठ है अबला मन की कोमलांगिनी
सत्य यह कि वह प्रचंड सिंहासिनी
वर्चस्वता में प्रखर चाह गज पर सवारी
सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी
शब्द से भाव गहूं यह तो समुद्र मंथन
विष भी पिलाएं वैसे जैसे लगाएं चंदन
षोडशी सी अदाएं बच्चों की महतारी
सम्मान के प्रलोभन में घातक कई नारी।
धीरेन्द्र सिंह
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