हर गली हर सड़क हर बिल्डिंग लिए एक भेष
आ गए हैं मुंबई की धड़कन, ऊर्जा लिए गणेश
अति विशाल अति भव्य झांकिया समय संभव
अति विशाल महानगरी देखता न कभी पराभव
एक दिवसीय, दस दिवसीय अर्चना अति विशेष
आ गए हैं मुंबई की धड़कन, ऊर्जा लिए गणेश
मुम्बई, नवी मुंबई अब तीसरी आ रही है मुम्बई
विस्तार है स्वीकार है सत्कार है हर कल्पना नई
गणपति बप्पा में है डूबा महाराष्ट्र का पूर्ण परिवेश
आ गए हैं मुंबई की धड़कन, ऊर्जा लिए गणेश
अपने घर में पधारे गणेश जी की प्रथम अर्चना
फिर मुंबई में भ्रमण कर रात्रिभर गणेश कल्पना
वक्रतुंड महाकाय का आशीष करें निर्मूलन क्लेश
आ गए हैं मुंबई की धड़कन, ऊर्जा लिए गणेश।
धीरेन्द्र सिंह
26.08.2025
11.46
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