एक शोर
जोरशोर से चलाए हवा
जिससे
मुड़ जाती हैं
अधिकांश निगाहें
इसे ही कहते हैं
हवा का रूख बदलना.
एक व्यक्ति
मिलाकर कुछ व्यक्ति
लेकर कई मानव शक्ति
करता है हरण
हवा की नमी का
इसे ही कहते हैं व्यावसायिक संचलन.
एक प्रयास
मनोरंजन में लपेट
दे भावनात्मक एहसास
पूरे के पूरे देश को
एक सोच के लिए
करता मज़बूर
इसे ही कहते हैं आधुनिक आखेट
या फिर कहिए खेल क्रिकेट.
भावनाओं के पुष्पों से,हर मन है सिज़ता
अभिव्यक्ति की डोर पर,हर धड़कन है निज़ता,
शब्दों की अमराई में,भावों की तरूणाई है
दिल की लिखी रूबाई मे,एक तड़पन है निज़ता.
जोरशोर से चलाए हवा
जिससे
मुड़ जाती हैं
अधिकांश निगाहें
इसे ही कहते हैं
हवा का रूख बदलना.
एक व्यक्ति
मिलाकर कुछ व्यक्ति
लेकर कई मानव शक्ति
करता है हरण
हवा की नमी का
इसे ही कहते हैं व्यावसायिक संचलन.
एक प्रयास
मनोरंजन में लपेट
दे भावनात्मक एहसास
पूरे के पूरे देश को
एक सोच के लिए
करता मज़बूर
इसे ही कहते हैं आधुनिक आखेट
या फिर कहिए खेल क्रिकेट.
भावनाओं के पुष्पों से,हर मन है सिज़ता
अभिव्यक्ति की डोर पर,हर धड़कन है निज़ता,
शब्दों की अमराई में,भावों की तरूणाई है
दिल की लिखी रूबाई मे,एक तड़पन है निज़ता.
is criket ne to ek hi lahar bahayi hai ... hamara india .... jeetega zarur jeetega
जवाब देंहटाएंक्रिकेट , एक आधुनिक आखेट ...वाह ! एक अनोखे अंदाज़ में अनुपम प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंवर्तमान का यथार्थ है आपकी कविता में .
जवाब देंहटाएंजीवन भी क्रिकेट ही है ..अनिश्चित .....आपने बहुत सुन्दरता से वर्णन किया है
जवाब देंहटाएंक्रिकेट ........एक आधुनिक आखेट ......!!!!!!!!!! अच्छे लगे आपके शब्द माला..
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