इनबॉक्स में आपसे चैट करना
कुछ होता निर्मित कुछ का ढहना
क्यों अच्छी लगती आपकी बातें
आप मित्र बन गईं अब क्या कहना
बच्चों जैसी होती उन्मुक्त सी बातें
करतीं आप अनुरोध प्यार ना कहना
अब तक आप पर ही बातें सभी हुईं
खुश हैं आप तो और मुझे क्या करना
मात्र परिचय समूह पोस्ट से हमारी
चेहरा, परिचय अज्ञात लगे यह सपना
आह्लादित, अंजोर हृदय अद्भुत लगता
लंबी-लंबी चैट हमारी कुहूक का गहना
प्यार आप ठुकराती कहती मित्र हैं हम
क्या मित्रता प्यार रहित होती है अंगना
दूरस्थ ऑनलाइन द्वारा शब्द भाव उभरे
जीवन कैसे मोड़ ले रही ओ मेरी सपना।
धीरेन्द्र सिंह
23.11.2025
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