सामाजिक कुरीतियों पर कविता ना वार करे
ऐसे लेखन से भला संवेदनशील कैसे प्यार करे
प्यार एक जीवन है नहीं कुछ समय का तार
जिनमें नहीं वीरता उनका सच्चा नहीं प्यार
प्यार-प्यार लेखन भरा समस्याएं इंतजार करें
ऐसे लेखन से भला संवेदनशील कैसे प्यार करे
लेखन में धार हो रचनाकार
वामपंथी लेखन की ओर कतई नहीं है ईशारा
लेखन यथार्थ हो तो मिले जीवन को सहारा
कुछ सोचे तथ्य नोचे समीक्षा भी कथ्यवार करे
ऐसे लेखन से भला संवेदनशील कैसे प्यार करे
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