प्रज्जवलित प्रखर, परिपूर्ण
धर्म की नमी
प्रचंड पारदर्शी, महत्वपूर्ण
कर्म रामनवमी
राजगद्दी त्यजन, वचन निभाव की
मर्यादा
वनगमन वामन मिलें, युद्ध कर्म
ही ज्यादा
गलत ना स्वीकार्य ना हो
निर्मित गलतफहमी
प्रचंड पारदर्शी, महत्वपूर्ण
कर्म रामनवमी
संयोजन, समंजन, शौर्य बने
दुखभंजक
शिव पूजन तो आदि शक्ति सृष्टि
व्यंजक
रघुकुल रीति सकल जग की भव्य
धरमी
प्रचंड पारदर्शी, महत्वपूर्ण
कर्म रामनवमी
वर्तमान भारत देश रचे फिर
सनातनी वेश
विश्व उत्सुक हो निरखे प्रगति
भारत विशेष
सौम्य, शांत, सरल, सहज, शौर्य
भरी सरजमीं
प्रचंड पारदर्शी, महत्वपूर्ण
कर्म रामनवमी।
धीरेन्द्र सिंह
10.04.2022
08.22
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