फूलों से लदी झूमे जो डालियाँ
तुम्हारी बालियां
भौरें की परागमयी लुभावनी पंखुड़ियां
तुम्हारी बालियां
तट की तरंगें बगुला की युक्तियां
तुम्हारी बालियां
भावों का वलय तृष्णा पुकार दरमियाँ
तुम्हारी बालियां
होती होंगी कान्हा-गोपी की गलियां
तुम्हारी बालियां
कपोल का किल्लोल मनभावन चुस्कियां
तुम्हारी बालियां।
धीरेन्द्र सिंह
तुम्हारी बालियां
भौरें की परागमयी लुभावनी पंखुड़ियां
तुम्हारी बालियां
तट की तरंगें बगुला की युक्तियां
तुम्हारी बालियां
भावों का वलय तृष्णा पुकार दरमियाँ
तुम्हारी बालियां
होती होंगी कान्हा-गोपी की गलियां
तुम्हारी बालियां
कपोल का किल्लोल मनभावन चुस्कियां
तुम्हारी बालियां।
धीरेन्द्र सिंह
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