आईने में भाव चेहरा फिजूल हो
गए
जब से वो यकायक मस्तूल हो गए
एक सोच उधार का बिन विश्लेषण
मस्तूल होकर पा गए एक विशेषण
कर्म कर रहे थे जो धता दे गए
जब से वो यकायक मस्तूल हो गए
कहा गया कि नाव यह व्यापार करेगी
भाषा और संस्कृति का प्रचार करेगी
हो साथ लुटेरों के मशगूल हो गए
जब से वो यकायक मस्तूल हो गए
कोई कहे आपा कोई दोहा भी सिखाए
मस्तूल प्रकाशन का सर्व बात बताए
लालच में उलझ उजड्डों के मूल
हो गए
जब से वो यकायक मस्तूल हो गए
ढाबा सी नौका में अकस्मात ही
हिचकोले
हवाओं के वेग से नौका संग खूब
डोलें
स्वार्थियों के बीच वह चाह फूल
हो गए
जब से वो यकायक मस्तूल हो गए।
धीरेन्द्र सिंह
02.02 2024
09.52
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