विवाह लगता सामाजिक पोषण है
आधुनिकता में यथार्थ लगे शोषण है
विवाह में दहेज प्रथम सिद्ध पायदान
द्वितीय दुल्हन को बनाएं भव्य पायदान
दूल्हा के लिए परिवार भाव कुपोषण है
आधुनिकता में यथार्थ लगे शोषण है
यहां अपवाद का सम्मान से प्रशंसक हैं
जो निरपवाद है उसके निरोध अंशक हैं
तलाक अब न्यायालय में प्रति क्षण है
आधुनिकता में यथार्थ लगे धोषण है
सास के पारंपरिक समय लुप्त सिद्धांत
आधुनिक युवती सुन हो जाती आक्रांत
कालातीत लम्हों का निरंतर प्रक्षेपण है
आधुनिकया में यथार्थ लगे शोषण।है
अर्थ ही जोड़ता है अर्थ ही तोड़ता है
वैवाहिक जीवन को अर्थ ही मोडता है
प्रणय में अर्थ ही प्रथान सर्वप्रिय कण है
आधुनिकता में यथार्थ लगे शोषण है।
धीरेन्द्र सिंह
27.12.2025
21.46

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