मंगलवार, 11 नवंबर 2025

फरीदाबाद

चुपके से हो रहे थे आतंकी आबाद

हंगामा रच रहा था शांत फरीदाबाद


पुस्तकों की बौद्धिकता पर करते बातें

बुद्धिजीवी सोचें अभिशाप कैसे बांटे

डॉक्टरों की टीम का है यह विवाद

हंगामा रच रहा था शांत फरीदाबाद


उच्च शिक्षित का किनसे गलत नाते

कौन वह प्रबुद्ध जिनसे डॉक्टर नाचे

हतप्रभ होकर इन डॉक्टरों पर संवाद

हंगामा रच रहा था शांत फरीदाबाद


उच्च शिक्षितों में भी गंवारपन आगे

कैसे सम्मान के यूँ निर्दोष रहें धागे

एक विश्वास टूटकर किया गंदा निनाद

हंगामा रच रहा था शांत फरीदाबाद।


धीरेन्द्र सिंह

11.1१.2025

20.46



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