गमन
वादियां
यदि प्रतिध्वनि न करें
नादानियाँ
यदि मति चिन्हित न रखें
कौन किसे फिर भाता है
मुड़ अपने घर जाता है
मुनादियाँ
यदि अतिचारी हों
टोलियां
यदि चाटुकारी हों
कौन पालन कर पाता है
मौन चालन कर जाता है
जातियां
यदि पक्षपात करें
नीतियां
यदि उत्पात करें
कौन सहन कर पाता है
मार्ग गमन कर जाता है।
धीरेन्द्र सिंह
10.10.2025
11.50
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