भक्ति में डूबी वह बोलीं
हम कुछ दूरी रखते हैं
मैंने कहा जिसे मन चाहा
हम तो करीबी रखते हैं
धन्यवाद कर प्रणाम इमोजी
बोलीं भाव कदर करते हैं
पढ़कर रहे सोचते हम
भक्ति किसे सब कहते हैं
उन्होंने कहा करीबी गलत
खुद पर कंट्रोल रखिए
भक्ति कंट्रोल संग हो कैसे
अचल हैं क्या जी, कहिए
भक्ति में अब भी लिंगभेद
पुरुष-स्त्री विभक्त रहिए
मन कहां वश में जानें
साधना और गहन करिए।
धीरेन्द्र सिंह
24.10.2025
18.41
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