सोमवार, 10 फ़रवरी 2025

साली जी

 महाकुम्भ ना पहुंचा पत्नीजी घुड़कीं

साली जी बोलीं आओ लगाएं डुबकी


आमंत्रण की यह मिठास दी हुलास

सड़क जाम देख हुई विचलित आस

खिलते एक प्रस्ताव की ऐसी कुड़की

साली जी बोलीं आओ लगाएं डुबकी


महाकुम्भ आस्था हुई और बलवती

ईश्वरीय प्रेरणा से मिली ऐसी सहमति

पत्नी जी जब सुनीं लगाई झिड़की

साली जी बोलीं आओ लगाएं डुबकी


कौन जाने किसका कहां का आत्मसाथ

मौन साधे रचना संग था उत्पात

सड़क जाम साली जी लक्ष्य तट की

साली जी बोलीं आओ लगाएं डुबकी।


धीरेन्द्र सिंह

20.02.2025

17.51




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