यह कैसा फंदा
राहुल आनंदा
बांग्लादेश के लोकप्रिय लोकगायक
लोकसंस्कृति के अच्छे कलानायक
वाद्य धुन मसल दंगा
राहुल आनंदा
आक्रमणकारी भी थे संगीत दीवाने
आपकी धुन पर गाए होंगे संग गाने
लोकसंगीत हतप्रभ शर्मिंदा
राहुल आनंदा
जब मरे होंगे मरा होगा लोकसंगीत
जातिवाद में भ्रमित होंगे सोचे जीत
लोकगीत जल लपट लंका
राहुल आनंदा
भारत के पड़ोसी यहभाव असंतोषी
मंदिर हिन्दू को रौंदे जो हैं नहीं दोषी
सर्वधर्म समभाव वंदना
राहुल आनंदा।
धीरेन्द्र सिंह
10.08.2024
17.11
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें