युद्ध में जर्मन युवती नग्न लाश
झमाक, धमाक, नापाक यह हमास
अचानक रॉकेट से ताबड़तोड़ हमला
मोसाद से भी यह घात नहीं संभला
लाशों और घायलों की हो रही तलाश
झमाक, धमाक, नापाक यह हमास
मज़हब के नाम पर यह कैसी बेअदबी
बच्चों की मौत औरतों पर यौन सख्ती
यह युद्ध है या मौत पर अस्तित्ब आस
झमाक, धमाक, नापाक यह हमास
हर जान को न मुमकिन करीब बंकर
हर जिंदगी को बना दिए मिट्टी कंकड़
यह युद्ध करके मिलेगा क्या खास
झमाक, धमाक, नापाक यह हमास
युद्ध कब प्रबुद्ध का रहा है हथियार
क्या मज़हब सिखाता जुल्म अत्याचार
मौत के तांडव में टूटेगा गलत विश्वास
झमाक, धमाक, नापाक यह हमास।
धीरेन्द्र सिंह
09.10.2023
16.31
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें