भावनाएं भीरूता का अक्सर करें प्रदर्शन
कल्पनाएं विहंगमयी नभ को करे कमतर
युग्म यह निर्मित करे अभिसार का त्यौहार
कौन छूटा इससे नभतर हो या जलचर
हर बदन का अपना गगन है रंगमय
हर अमन रंगीनियों का ही रहता सहचर
तूलिकाएं कैनवास पर तलाशे रंग नया
एक नया रंग आप कब पकड़ लूं बढ़कर
तुष्टियां, संतुष्टियां करें भ्रमित दुनिया यहां
कौन कितना पूर्ण किसका हमसफर रहबर
सांत्वना, सामंजस्य का यह खूबसूरत तालमेल
एक छलावा आत्ममयी कौन पाया छूट पलभर
अनवरत एक तलाश आत्मविश्वास ना हताश
नई पहल की कामना ले कामनाओं का तरूवर
एक अभिनव सी खनक हो राग की अनुराग की
तृप्ति का बस एक गोता जीवन हो जाए सरोवर.
भावनाओं के पुष्पों से,हर मन है सिज़ता
अभिव्यक्ति की डोर पर,हर धड़कन है निज़ता,
शब्दों की अमराई में,भावों की तरूणाई है
दिल की लिखी रूबाई मे,एक तड़पन है निज़ता.
कल्पनाएं विहंगमयी नभ को करे कमतर
युग्म यह निर्मित करे अभिसार का त्यौहार
कौन छूटा इससे नभतर हो या जलचर
हर बदन का अपना गगन है रंगमय
हर अमन रंगीनियों का ही रहता सहचर
तूलिकाएं कैनवास पर तलाशे रंग नया
एक नया रंग आप कब पकड़ लूं बढ़कर
तुष्टियां, संतुष्टियां करें भ्रमित दुनिया यहां
कौन कितना पूर्ण किसका हमसफर रहबर
सांत्वना, सामंजस्य का यह खूबसूरत तालमेल
एक छलावा आत्ममयी कौन पाया छूट पलभर
अनवरत एक तलाश आत्मविश्वास ना हताश
नई पहल की कामना ले कामनाओं का तरूवर
एक अभिनव सी खनक हो राग की अनुराग की
तृप्ति का बस एक गोता जीवन हो जाए सरोवर.
भावनाओं के पुष्पों से,हर मन है सिज़ता
अभिव्यक्ति की डोर पर,हर धड़कन है निज़ता,
शब्दों की अमराई में,भावों की तरूणाई है
दिल की लिखी रूबाई मे,एक तड़पन है निज़ता.
बहुत खूबसूरत रचना ....सकारात्मक रचना
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