शुक्रवार, 21 नवंबर 2025

लेखन

सामाजिक कुरीतियों पर कविता ना वार करे

ऐसे लेखन से भला संवेदनशील कैसे प्यार करे


प्यार एक जीवन है नहीं कुछ समय का तार

जिनमें नहीं वीरता उनका सच्चा नहीं प्यार

प्यार-प्यार लेखन भरा समस्याएं इंतजार करें

ऐसे लेखन से भला संवेदनशील कैसे प्यार करे


लेखन में धार हो रचनाकार में जग सरोकार

चेतन में तार हो तरंग पहुंचे लोगों तक सार

शब्द लिख दिया बिन डूबे क्रिया पथधार करें

ऐसे लेखन से भला संवेदनशील कैसे प्यार करें


वामपंथी लेखन की ओर कतई नहीं है ईशारा

लेखन यथार्थ हो तो मिले जीवन को सहारा

कुछ सोचे तथ्य नोचे समीक्षा भी कथ्यवार करे

ऐसे लेखन से भला संवेदनशील कैसे प्यार करे।


धीरेन्द्र सिंह

28.11.2025

05.22

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