यह लोकप्रियता यह साख यह प्रसिद्धियाँ
यह सक्रियता यह लाभ यह युक्तियाँ
कर्म का है पक्ष जिसको नकारना कठिन
व्योम में गुजर रही हैं असंख्य सूक्तियाँ
सद्प्रयास कुप्रयास दोनों की ही दौड़ बड़ी
व्यक्ति है दबा उलझा लिए मन नियुक्तियां
एक पहचान विधान बढ़ाए निज गुमान
शक्ति के मुक्ति की संयुक्त मन रिक्तियां
लक्ष्य की गंभीरता जड़ों की ओर खींचे
प्रशस्ति की गूंज बीच ख्याति अठखेलियाँ
कर्म है भ्रमित मूल ऊर्जा लगे शमित
धर्म के अध्याय में प्रचलित लोकोक्तियाँ
ए आई ऊपर से समेट रहा सृष्टि सजग
प्रौद्योगिकी प्रगति से चढ़ी व्यक्ति भृकुटियां
बुलबुले की ख्याति खातिर के प्रयत्नशील
प्रतिभा खंडित हो यूं बंटी बन टुकड़ियाँ।
धीरेन्द्र सिंह
12.07.2025
13.47
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