शुक्रवार, 4 जुलाई 2025

हिंदी

 चलिए हम मिलकर प्रयास करें

मद्धम हो रही हिंदी विकास करें


एक आभा थी कहीं खो रही

हिंदी पत्रकारिता भी सो रही

हिंदी दैनिक में अंग्रेजी खास भरें

मद्धम हो रही हिंदी विकास करें


यह सत्य है हिंदी देती नौकरी

अर्थ से हिंदी की रिक्त सी टोकरी

एम.ए. हिंदी में न छात्र, आस करें

मद्धम हो रही हिंदी विकास करें


हिंदी और मराठी लिपि देवनागरी

बोल मराठी तू बोल गूंज इस घड़ी

महाराष्ट्र में मराठी भाषा साँच भरे

मद्धम हो रही हिंदी विकास करें


हम सब लिखते हैं नहीं यह काफी

देवनागरी लिपि बढ़े यही है साफी

आपका साथ हो नव विश्वास भरें

मद्धम हो रही हिंदी विकास करें।


धीरेन्द्र सिंह

04.07.2025

18.19

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