लिखना आसान है
गढ़ना नहीं
प्यार खिलवाड़ कहां
डरना नहीं,
यही सूक्ति वाक्य
निस जो दोहराए
प्यार की पायलिया
खनक फिर धाए,
व्हाट्सप्प, टेलीग्राम,
इंस्टा जो भी पाए,
मूड मिजाज जांच
प्रेम चर्चा दौड़ाएं,
लिखते समय भाव
मढ़ना नहीं
प्यार खिलवाड़ कहां
डरना नहीं,
हाल पूछो, चाल पूछो
और कोई मलाल पूछो
खुश रहें खिलखिलाएं
युक्तियां क्या हो सोचो,
निरंतर जीवंतता पनपे
समय से अवसर नोचो,
कोई धड़क उठा क्यों
तर्ज है नहीं सोचो,
लिखते समय निभाव
उघड़ना नहीं,
प्यार खिलवाड़ कहां
डरना नहीं।
धीरेन्द्र सिंह
16.10.2024
06.20
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