भावनाओं के पुष्पों से, हर मन है सिजता अभिव्यक्ति की डोर पर, हर मन है निजता शब्दों की अमराई में, भावों की तरूणाई है दिल की लिखी रूबाई में,एक तड़पन है निज़ता।
Nijatata काव्य
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सोमवार, 2 अक्टूबर 2023
बुधवार, 13 सितंबर 2023
सोमवार, 11 सितंबर 2023