निज़ता

भावनाओं के पुष्पों से, हर मन है सिजता अभिव्यक्ति की डोर पर, हर मन है निजता शब्दों की अमराई में, भावों की तरूणाई है दिल की लिखी रूबाई में,एक तड़पन है निज़ता।

गुरुवार, 24 मार्च 2022

अस्तित्व

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 अखबार सी जिंदगी खबरों सा व्यक्तित्व क्या यही अस्तित्व ? लोग पढ़ें चाव से नहीं मौलिक कृतित्व क्या यही अस्तित्व ? संकलित प्रभाव से उपलब्धि हो ...

बंजरता

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 बरसते नभ से धरा विमुख प्रांजलता वनस्पतियों में भरी मेघ के निर्णय हुए नियति प्रकृति भी है खरी-खरी टहनियों पर मुस्कराते पुष्प हैं पत्तियां झू...
बुधवार, 23 फ़रवरी 2022

युद्ध

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 यूक्रेन  हिम्मत और हौसला रूस आधिपत्य का फैसला, याद आया महाभरत युद्ध कौशल की महारत रणनीतियों का जलजला यह विश्व कहां चला, प्रखर वही व्यक्तित्...
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शनिवार, 12 फ़रवरी 2022

दरमियाँ

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 आह! प्रणय ओह! प्रणय भावनाओं की नर्मियाँ दो दिलों के दरमियाँ; मन के गुंथन चाहत हो सघन कैसी यह खुदगर्जियाँ दो दिलों के दरमियाँ कह रही धड़कनें ...
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शनिवार, 5 फ़रवरी 2022

लता मंगेशकर - श्रद्धांजलि

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 लता मंगेशकर - सुर देवी - श्रद्धांजलि संगीत की आत्मा चल गई जग छोड़ श्रद्धांजलि पूछे यह क्या इसका है तोड़ युग है भरा-पुरा सुरों का मशवरा स्वर य...
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मंगलवार, 18 जनवरी 2022

दालान

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 अहसान के दालान में गौरैया का खोता है, जेठ की धूप खिली मन सावन का गोता है; खपरैले छत छाई लतिकाएं पदचिन्ह दालान भरमाएं दृष्टि कहे बड़ा वह छोट...
गुरुवार, 13 जनवरी 2022

मकर संक्रांति

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 धर्म जब कर्म के करीब हो जीवन की मिटे सब भ्रांति ऑनलाइन उत्सव मनाएं यूं मन से हो मन मकर सक्रांति लोहड़ी भी संग लिए पोंगल तीन अलग नाम लिए विश...
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धीरेन्द्र सिंह
हिंदी के आधुनिक रूप के विकास में कार्यरत जिसमें कार्यालय, विश्वविद्यालय, प्रौद्योगिकी में देवनागरी लिपि, ऑनलाइन हिंदी समूहों में प्रस्तुत हिंदी पोस्ट में विकास, हिंदी के साथ अंग्रेजी का पक्षधर, हिंदी की विभिन्न संस्थाओं द्वारा हिंदी विकास के प्रति विश्लेषण, हिंदी का एक प्रखर और निर्भीक वक्ता व रचनाकार।
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